मेरी बुद्धि भ्रष्ट हो गई थी। – अर्चना खंडेलवाल : Moral Stories in Hindi

Post View 581 “रजनी बहन,  गांव में पहुंचे हुए हकीम आये है, जो हर समस्या का इलाज बताते हैं, और उनके द्वारा बताए गये उपाय करने से सबके काम हो रहे हैं, हरीश भाई साहब की तबीयत इतनी खराब हो रही है, तो आप वहां जाकर ही इनका इलाज क्यों ना करवा लेती हो।” पड़ोस … Continue reading मेरी बुद्धि भ्रष्ट हो गई थी। – अर्चना खंडेलवाल : Moral Stories in Hindi