Post View 51,784 यूं तो गांव के प्राथमिक विद्यालय के प्राचार्य थे निरंजन बाबू, मगर उनके आचरण और उनके ओजस्वी व्यक्तित्व, निस्सवार्थ सेवा भावना के कारण गांव में उनकी लोकप्रियता और उनका सम्मान बहुत अधिक था। पूरे गांव में किसी पर कोई मुसीबत आए या किसी को सहायता की आवश्यकता पड़े तो निरंजन बाबू बिना … Continue reading मणिका – निभा राजीव “निर्वी”
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