माँ की कमी – रश्मि प्रकाश : Moral Stories in Hindi

Post View 894 घर के आंगन में हलचल थी। जैसे ही कांता रसोई में घुसने के लिए कदम बढ़ाती है, एक अजीब सी खुशबू उसकी नाक में समाती है। वह यह खुशबू पहचान जाती है—यह सुलोचना जी के हाथों की बनी पकवानों की महक थी। कांता चहकते हुए रसोई में घुसी और उत्सुकता से पूछा, … Continue reading माँ की कमी – रश्मि प्रकाश : Moral Stories in Hindi