खुश होना गुनाह तो नहीं – सुषमा तिवारी

Post View 342 फोन की घंटी लगातार बजे जा रही है और उसके साथ ही संगीता की घबराहट, “क्या करूँ उठाऊं कि नहीं, नहीं उठाऊंगी, नहीं दे पाऊँगी अब और जवाब, क्या जाने मोनिका क्या सोच रही होगी मेरे बारे में”! ये सब सोचते हुए आंसुओं की धार बह चली और संगीता पछताने लगी अपने … Continue reading  खुश होना गुनाह तो नहीं – सुषमा तिवारी