जो भी है बस यही एक पल है – कमलेश राणा

Post View 171 शुचि की नई नई शादी हुई थी जैसा पति वह चाहती थी आकाश बिल्कुल वैसा ही था,, एकदम उसके सपनों के राजकुमार जैसा,, सुबह गार्डन में चाय की चुस्की के साथ जो सुबह शुरू होती तो दिन प्यार के साये में कब गुजर जाता,, पता ही नहीं चलता,, शाम को दोनों हाथों … Continue reading जो भी है बस यही एक पल है – कमलेश राणा