जैसी करनी वैसी भरनी – के कामेश्वरी

Post View 791 अन्नपूर्णा अपने कमरे में पलंग पर पड़ी हुई थी । उसे लकवा हो गया था । कल तक पूरे घर पर राज करने वाली आज पलंग पर बेबस पड़ी हुई थी । कल तक उसके एक इशारे पर नाचने वाली बहुएँ ,बेटे आज उस पर ध्यान भी नहीं दे रहे हैं । … Continue reading जैसी करनी वैसी भरनी – के कामेश्वरी