इज्जत का मापदंड – संगीता त्रिपाठी
Post View 6,060 शिखा गुस्से में उबल रही थी, सारी जिंदगी बीता दी, इनलोगो की खुशी में, उसका आज ये सिला मिला.., “आप बैकवर्ड हो, पढ़ी -लिखी होकर भी इतने दकियानूसी विचार धारा… अरे मॉम दुनिया चाँद पर पहुँच गई और आप अभी तक जांति -पाति के बोझ को ढो रही हो,”बेटे की बात रह … Continue reading इज्जत का मापदंड – संगीता त्रिपाठी
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