हमनशीं (भाग 3) – श्वेत कुमार सिन्हा : Moral Stories in Hindi

Post View 114 एक दिन। रोज की भांति शाम के करीब चार बजे ड्राइवर चिंटू को ट्यूशन के लिए लेकर कार से निकला। पर, सुहाना के पास न पहुंचा। इससे पहले भी कितनी मर्तबा ऐसा हुआ था कि चिंटू बीच में एकाध दिन ट्यूशन न आया हो। इसलिए सुहाना ने भी कोई खोजबीन न किया। … Continue reading हमनशीं (भाग 3) – श्वेत कुमार सिन्हा : Moral Stories in Hindi