हमनशीं (भाग 2) – श्वेत कुमार सिन्हा : Moral Stories in Hindi

Post View 118 एक दिन। ख़ुशमूदा ने रफीक से कहा –”रफीक मियां, मैने सुहाना और उसकी अम्मी को कल दावत पर बुलाने का सोंचा है। इसी बहाने उससे मिल भी लूंगी और उसका शुक्रिया भी अदा कर दूंगी। आखिर उसी की मेहनत की बदौलत मेरा यह नटखट और शैतान बेटा पढ़ाई में इतना होशियार हो … Continue reading हमनशीं (भाग 2) – श्वेत कुमार सिन्हा : Moral Stories in Hindi