हर पुरूष पिता नहीं  हो सकता – पूनम अरोड़ा

Post View 3,064  कल पितृ दिवस था । पापा  को याद करते फिर आँखे भर आई उसकी।जब भी उनको याद करती एक टीस मन में  कसक के रह जाती ।एक ही आवाज  निकलती उसके मन से “पापा मुझे  माफ कर दो आपके  अंतिम समय में  आपके पास रहकर कुछ समय क्यों नहीं  बिता सकी । … Continue reading हर पुरूष पिता नहीं  हो सकता – पूनम अरोड़ा