गोल रोटियां – संजय मृदुल

Post View 44,953 महीना भर हो चुका था क्षिप्रा की शादी को। हनीमून, मायके जाना सब निपट चुका था। अब एक महीने ससुराल में रहना था। उसके बाद वापस मुम्बई जाकर नॉकरी जॉइन करनी थी, पवन कल ही जा चुके थे उनकी छुट्टियां नही थी ज्यादा। आज किचन में पहला दिन था क्षिप्रा का, सुबह … Continue reading गोल रोटियां – संजय मृदुल