गरीबी   – विजय कुमारी मौर्य”विजय”

Post View 339 चौराहे के बीच गाँधी जी की प्रतिमा के नीचे एक चबूतरे पर गरीब औरत दो बच्चों को लिए बैठी थी। कंकाल सी काया, पेट पीठ में समाया। सुबह का वक्त था, बड़ा बच्चा यही कोई तीन चार साल का और छोटा छ:सात महीने का होगा। बड़ा बच्चा बराबर रोये जा रहा था, … Continue reading गरीबी   – विजय कुमारी मौर्य”विजय”