फूटी आंखों न भाना – डाॅ संजु झा : Moral Stories in Hindi

Post View 448 ज़िन्दगी में कभी-कभी ऐसी परिस्थितियां उत्पन्न हो जातीं हैं कि जो हमें फूटी आंखों नहीं भाता है,वहीं विपत्ति की घड़ी में मजबूत संबल बनकर खड़ा हो जाता है।रीना को अपनी ननद ऊषा फूटी आंखों न भाती थी।जब रीना शादी कर ससुराल आई,उस समय ऊषा मात्र पन्द्रह वर्ष की थी।कौतूहलवश ऊषा अपनी भाभी … Continue reading फूटी आंखों न भाना – डाॅ संजु झा : Moral Stories in Hindi