एक फैसला आत्मसम्मान के लिए – डॉ ममता सैनी : Moral Stories in Hindi

Post View 3,142 सरकारी अस्पताल के धुंधले गलियारों में, राजीव बेचैनी से बैठा हुआ था, अपने फोन को कसकर पकड़े हुए। उस सुबह ही खबर आई थी—उसके पिता, जो उसके लिए सब कुछ छोड़ चुके थे, को लकवा मार गया था। मुंबई में एक प्रतिष्ठित व्यवसायी बनने के बाद, राजीव ने पिछले पांच वर्षों में … Continue reading एक फैसला आत्मसम्मान के लिए – डॉ ममता सैनी : Moral Stories in Hindi