एक फैंसला आत्मसम्मान के लिए – अमित रत्ता : Moral Stories in Hindi

Post View 18,918 सावित्री आज दस साल बाद जेल से बाहर निकलती है जैसे ही गेट से बाहर आती है सामने नीली बत्ती वाली गाड़ी उसका इंतजार कर रही होती है। डीएसपी साहिबा और एक लड़की गाड़ी से बाहर निकलती है और आंसुओं से भरी आंखों के साथ सावित्री के सामने खड़ी होकर उसे सल्यूट … Continue reading एक फैंसला आत्मसम्मान के लिए – अमित रत्ता : Moral Stories in Hindi