एक ऐसा रिश्ता – मधु झा

Post View 431 जो तुमने किया ,वो तुम थे,जो मैंने किया ,वो मैं थी,, जो तुम कर रहे ,वो तुम हो , जो मैं कर रही ,वो मैं हूँ,, जो तुम करोगे ,वो तुम होगे, जो मैं करूँगी,वो मैं रहूँगी,, और इस मैं और तुम में बहुत अंतर था,,और रहेगा भी,, अफ़सोस कि मैं और … Continue reading एक ऐसा रिश्ता – मधु झा