*दिखावे की चादर* – पुष्पा जोशी : Moral Stories in Hindi

Post View 912    परेशान हो गई थी सौम्या इस दिखावे की जिन्दगी से। कितना कठिन होता है ,हम जो नहीं है, वह बताने का प्रयास करना। उसे समझ में नहीं आता कि जब हम मध्यमवर्गीय है, तो अपने को उच्च श्रेणी का बताने की यह कैसी जिद है कि परिवार का हर व्यक्ति अपने … Continue reading *दिखावे की चादर* – पुष्पा जोशी : Moral Stories in Hindi