ढाल – विनय कुमार मिश्रा

Post View 204 भैया जमीन को अब माँ कहते हैं! कहते हैं किसी भी हाल में इसे मैं नहीं बेचने दूँगा। पुरखों की जमीन है। ऐसा नहीं है कि हमारी जमीन बेची नहीं गई। माँ बाऊजी के गुजर जाने के बाद घर की माली हालत खराब थी। जमीन पथरीली है इसलिए उसपर कुछ ज्यादा फसल … Continue reading ढाल – विनय कुमार मिश्रा