*दत्तक* – *नम्रता सरन ‘सोना”*

Post View 369 माँ की यादोँ मे खोया मनुज कार ड्राईव कर रहा था।आँखों से अश्रुधार बह रही थी।माँ उसे एक बार देखने की इच्छा मन में लिए परलोक सिधार गईं, कितनी कोशिश के बावजूद भी वह माँ के अंतिम संस्कार पर समय से नही पहुंच पाया।बार बार यही बात उसके दिल को कचोटती है।उसके … Continue reading *दत्तक* – *नम्रता सरन ‘सोना”*