डार्लिंग!कब मिलोगी” (भाग -71)- सीमा वर्मा : Moral stories in hindi

Post View 96 वह बादलों से घिरी एक उदास सी शाम थी। जब मैं वहां से निकल कर वापस दिल्ली के लिए स्टेशन पर खड़ा था। जहां रघु मेरे इंतजार में व्यग्र और बेचैन था। उसने मुझे बताया , ” तुम्हारे जाने के बाद नैना आई थी। बहुत खुश लग रही थी। हमने ढ़ेर सारी … Continue reading डार्लिंग!कब मिलोगी” (भाग -71)- सीमा वर्मा : Moral stories in hindi