भाइयों के लिए – निभा राजीव “निर्वी”

Post View 525 दिव्या की आंखें रह-रहकर भर आ रही थी। इसी साल उसने अपने फौजी भाई को खो दिया था। उसका भाई पूरी वीरता के साथ देश के लिए लड़ते हुए सीमा पर शहीद हो गया था। तिरंगे में लिपट कर आया था उसका शव! आंखें नम हो गई थी पर मस्तक गर्व से … Continue reading भाइयों के लिए – निभा राजीव “निर्वी”