बदलते रिश्ते (भाग-15) – अंबिका सहगल : Moral stories in hindi

Post View 0 “अब तोह भईया आप उर्मि से जितनी भी बात करो, कोई नहीं रोकेगा ” । भईया मेरे कान खींच कर बोले,“अपने प्रोफेसर साहाब पर भी ध्यान देले” । और हम दोनों हंसने लगे । कमरे में आकर मैंने सर को फ़ोन लगाया, इतने दिनों से ढंग से बात भी नहीं हो पाई … Continue reading बदलते रिश्ते (भाग-15) – अंबिका सहगल : Moral stories in hindi