अंत भला तो सब भला – श्वेता अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

Post View 63,929 दोपहर के डेढ़ बज रहे थे। नीलांजना अपनी बहू सुहाना के कॉलेज से लौटने का इंतजार कर रही थी। सुहाना शहर के डिग्री कॉलेज में प्रोफेसर थी,वो रोज दो बजे तक कॉलेज से घर लौट आती। फिर,दोनों साथ में लंच करती। सुहाना ने नीलांजना से कितनी बार कहा भी था की “माॅंजी … Continue reading अंत भला तो सब भला – श्वेता अग्रवाल : Moral Stories in Hindi