अनकहा दर्द – मंजू ओमर : Moral Stories in Hindi

Post View 6,067 दरवाजे पर ताला लगाते ही मेघना के आंख से आंसू बह निकले ।चाभी ने मकान मालिक अधिराज जी को पकड़ा दिया।और बाहर से ही खड़े खड़े मकान और उसकी चारदीवारी को निहारे जा रही थी।पांव ही नहीं आगे बढ़ रहे थे घर छोड़कर जाने की कितनी पीड़ा थी मन के अंदर ।एक … Continue reading अनकहा दर्द – मंजू ओमर : Moral Stories in Hindi