Post View 374 दलवीर सिंह बाहर के कमरे में निढाल लेटे थे। रसोई में बर्तनों के टकराने की आवाज़ बता रही थी कि दलवीर सिंह की पत्नी रसोई में मौजूद है। जिस घर मे दिन भर धूम – धड़ाका मचा रहता हो, वहां आज निस्तब्धता बेचैनी पैदा कर रहा थी।तभी रसोई से माँ की अंदर … Continue reading अनजाना सफर – श्रद्धा निगम
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