अहमियत किसकी – रश्मि झा मिश्रा : Moral stories in hindi

Post View 104,104 प्रभा जी ने कमर में खोंसी हुई.. चाबी का गुच्छा निकाला… भंडार घर खोलकर… श्वेता को आवाज़ लगाई…” लो जी कहां है बर्तन… किस में डालूं चावल… ऐसा नहीं होता कि बर्तन लेकर आए… फरमाइश चला दी.. की अम्मा दाल चावल निकाल दीजिए… सर पर निकालूं क्या…!”  तभी श्वेता भागती हुई… दो … Continue reading अहमियत किसकी – रश्मि झा मिश्रा : Moral stories in hindi