अब पछताए होत क्या? – मुकुन्द लाल

Post View 1,518   अब पछताये होत क्या? (दूसरी और अन्तिम किश्त)   पल-भर के लिए पति-पत्नी असमंजस की स्थिति में अपने पुत्र के साथ खड़े रहे दरवाजे की ओट में। फिर बारी-बारी पति-पत्नी और पुत्र ने चन्दर के चरण-स्पर्श की औपचारिकता निभाई।  “कौन?…” फिर चश्मा संभालते हुए उसने कमलेश, माधुरी और वरुण को देखा।    उसके … Continue reading अब पछताए होत क्या? – मुकुन्द लाल