आँसू_बन_गए_मोती – नीलम शर्मा : Moral Stories in Hindi

Post View 7,277 अरी कलमुँही…फिर से तीसरी बेटी जन दी ….।पता नहीं कौन सी मनहूस घडी थी। जिस दिन तुझे इस घर में ब्याह कर लाई थी। मुझे क्या पता था मेरा वंश ही खत्म कर देगी ये मनहूस। मालती देवी बस जोर-जोर से चिल्लाये जा रही थी ।और उस मासूम बहू राधा को कोस … Continue reading आँसू_बन_गए_मोती – नीलम शर्मा : Moral Stories in Hindi