आईना – ममता भारद्वाज : Moral Stories in Hindi

Post View 1,844 दरवाज़े पर घंटी की आवाज़ सुनकर सीमा ने दरवाजा खोला तो देखा कि उसकी घरेलू सहायिका शांति खड़ी थी। सीमा ने उसे प्रश्नवाचक निगाहों से देखा तो शांति ने स्वम् ही कहना शुरू कर दिया कि दीदी! आज हमारे विवाह की सालगिरह है ,इसलिए मैं आज जल्दी काम करके चली जाऊँगी।वह बहुत … Continue reading आईना – ममता भारद्वाज : Moral Stories in Hindi