आदर्श – पुष्पा कुमारी “पुष्प” : Moral Stories in Hindi

Post View 68,934 “निशा!.पिछले महीने मैंने तुम्हें पचास हजार रुपए दिए थे रखने के लिए; उसमें से तुम मुझे दस हजार रुपए दे दो।” भोजन कर जल्दबाजी में कहीं बाहर जाने के लिए घर से निकलते नीरज की बात सुनकर निशा ने सर झुका लिया.. “वह रुपए तो अभी मेरे पास नहीं हैं।” “नहीं है … Continue reading आदर्श – पुष्पा कुमारी “पुष्प” : Moral Stories in Hindi