ये हुई न बात – श्रद्धा निगम

सुबह मीनू के फोन से ही नींद खुली।मौसी आप को ज़रूरी  सूचना देनी है।आप सब अपने रिजर्वेशन,टिकट आदि कैंसिल करवा दीजिये.रोली दीदी की शादी कैंसिल हो गयी।

लेकिन…सीमा ने कुछ कहना चाहा.. उनकी बात काटते हुए मीनू ने कहा -मम्मी आपसे दो-तीन दिन बाद बात करेगी।कह कर मीनू ने फोन काट दिया।

 सीमा उसकी बात सुनकर चिंतित हो उठी।अभी दिसम्बर में सब रोली की शादी की तैयारी के लिए उताबले थे।कौन सी थीम होना है,कौन सा ड्रेस कोड होगा..कैसा संगीत रखेगे..बड़े ज़ोरशोर से सब तैयारियों में लगे थे।बहुत दिनों बाद कोई घर की शादी थी।रोली का विवाह बहुत बड़े घर मे तय हुआ ।सब कुछ देखा भाला..लड़के वालों ने ही रोली का हाथ मांगा था पर ये शादी कैंसिल का कारण कुछ समझ न आया।बेचारी संध्या(रोली की मां)कितनी उदास होगी…और रोली क्या सोच रही होगी।यही सोच-सोच कर सीमा का दिमाग खराब हो रहा था।

सीमा ने दबे स्वर में अपने बेटे से कहा कि मेरी फ्लाइट की टिकट कैंसिल कर दो…रोली की शादी कैंसिल हो गयी।

अरे!ऐसे कैसे ?कह कर  उसने रोली को फोन कर दिया….दोनो में कुछ बात हुई ..तभी बेटे ने मुझसे कहा..मां रोली से बात करो…बड़े मायूस होकर उसने पूछा ..हाँ बताओ रोली…

..सुनो मौसी ..फ्लाइट कैंसिल मत करवाओ,और दूसरो को भी कहो कि फ्लाइट कैंसिल  न करे…सब मुम्बई आ ही रहे थे…हम लोग  यही से गोआ चलेंगे…खूब मस्ती करेगे..वैसे भी फ्लाइट की टिकट रिफंड नही होगी…

लेकिन..

कुछ नही मौसी …जो होना था ,वो तो हो गया…,लड़के वालों के मिजाज नही मिल रहे थे….उन्होंने विवाह के लिए मना कर दिया..कौन सी मेरी उमर बीती जा रही है..भगवान जो करता है,अच्छे के लिए करता है..हम लोग क्यो परेशान हो…हम सब इसी खुशी में पार्टी मनाएंगे…और उसके हंसने की आवाज़ साफ सुनाई पड़ रही थी..

मैं सोच -सोच कर परेशान हुई जा रही थी और ये..आजकल के बच्चे भी न..बहुत प्रैक्टिकल है…

तो आ रही हो न मौसी…

हाँ…हड़बड़ाते हुए उसने कहा

ये हुई न बात…और रोली ने हंसते हुए फोन रख दिया…और सीमा अचरज से बदलते ज़माने को देख रही थी….

श्रद्धा निगम

बाँदा (उप्र)

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