मन का सुख -गीता वाधवानी : Moral Stories in Hindi

अस्पताल के एक कमरे में बिस्तर पर पड़ी सुमित्रा जी की  मन की स्थिति कुछ ठीक नहीं थी। उनकी दोनों मुंदी हुई आंखोंसे आंसू  बह बह कर तकिए को भिगो रहे थे। उनका दिल कर रहा था कि ऑक्सीजन मास्क को नोच कर फेंक दूं ताकि ईश्वरके पास जाकर अपने सवालों के जवाब मांग सकूं। … Read more

वो आपकी पत्नी है काम वाली बाई नहीं- रश्मि प्रकाश : Moral Stories in Hindi

“ आहहह” कहते हुए राशि कमर पकड़ कर बैठ गई “ क्या हुआ माँ…. ये क्या तुम कपड़े का टब लिए यहाँ वहाँ से कपड़े इकट्ठे कर रही हो… पता है ना तुम्हें ज़्यादा झुकने पर कमर दर्द की समस्या हो जाती है।” दीया ने राशि से कहा राशि वही पास में रखे काउच पर … Read more

किसी बात का एक पहलू ही नहीं दूसरा पहलू भी होता है….- संगीता त्रिपाठी : Moral Stories in Hindi

“मैं तुम्हारी माँ के साथ नहीं रह सकती, बहुत टोका -टाकी करती हैं, जब तुम उन्हें गांव छोड़ आओगे, तभी मैं आऊंगी “कह मिली अपना सामान पैक करने लगी। मिहिर सर पर हाथ रखे बैठा था। सास -बहू की रोज की लड़ाईयों से तंग आ गया। किसको समझाये, किसको छोड़े, दोनों ही तो दिल में … Read more

मुझे आपके आशीर्वाद पर पूरा विश्वास है – बीना शर्मा : Moral Stories in Hindi

“यह क्या अनर्थ कर दिया तूने तुमसे मना किया था ना मैंने कि इस बार मुझे करवा चौथ का बायना (वस्त्र भोजन और पैसे) मत देना किसी सुहागिन औरत को देना मेरे मना करने के बाद भी तूने करवा चौथ का बायना  मेरी गोद में रख दिया”दरअसल उस वक्त नेहा की सास विमला गमगीन हालत … Read more

हमसफर – पूजा मिश्रा : Moral Stories in Hindi

आज फिर घर से निकलते निकलते काव्या से झगड़ा हो गया मुझे क्यों गुस्सा आता है अब उसकी लापरवाही पर ? कितना मेरी सब जरूरतो का ध्यान रखती थी अब जब से गोलू पैदा हुआ है उसे मेरी कोई फिकर ही  नही आज फिर देर हो गई, नाश्ता तो बना नही था खुद तो मेटरनिटी … Read more

ननद रानी संभल कर, ससुराल वालों के झांसे में मत आना – सविता गोयल : Moral Stories in Hindi

 ” बधाई हो भाभी, लड़के वालों को हमारी रिंकी पसंद आ गई है। आज ही संगीता दीदी का फोन आया था…. कह रही थी बात आगे बढ़ाएं हमें लड़की पसंद है ।,,  एक ही सांस में कावेरी अपनी भाभी सुमित्रा से बोल गई …. चेहरे की चमक साफ बता रही थी कि अपने बताए रिश्ते … Read more

पिता का स्वाभिमान- शिप्पी नारंग : Moral Stories in Hindi

“अनूप और प्रिया आए हैं”। ममता जी कमरे में घुसते हुए पति सूरज जी से कहा । सूरज जी ने अखबार चेहरे से हटाकर पत्नी की तरफ देखा थोड़ा गुस्से से पूछा “कौन आया है ?” “आपके बेटा बहू …’और अभी आगे पति से कुछ कहती कि सूरज जी थोड़ी तल्खी से बोले “आता हूं … Read more

हमसफ़र- श्वेता सोनी : Moral Stories in Hindi

समय को भी पंख लग जाते हैं क्या, बेटियां कैसे देखते-देखते बड़ी हो जाती हैं ना,,अमलतास के खिलने का मौसम यही अप्रैल, मई हीं तो होता है और इसी महीने में अपर्णा पैदा हुई थी, तभी शिवानी ने आँगन में अमलतास लगाया था.  इस बार उसका बीसवां जन्मदिन मनाने की तैयारी है.तैयारी तो बस पूछिए … Read more

हमसफ़र- डाॅक्टर संजु झा : Moral Stories in Hindi

नीरज  पत्नी के इंतजार में बाल्कनी में बैठकर उड़ते हुए बादल और ढ़लते हुए सूरज की लुका-छिपी देखते हुए सोच रहा है कि उसकी जिन्दगी में भी काफी उतार-चढ़ाव आएँ,परन्तु रिचा जैसी हमसफ़र पाकर उसकी जिन्दगी खुशगवार हो उठी।जीवन की आपाधापी में से समय निकालकर एक महीने पर अपनी हमसफ़र रिचा से मिलने आ ही … Read more

बहू का अनर्थ- सुभद्रा प्रसाद : Moral Stories in Hindi

” अरी ओ बहू, ये  क्या अनर्थ कर दिया तुमने |” सास शोभा जोर से  चिल्लाकर बोली  |       ” क्या हुआ मम्मी? क्या किया मैनें |” बहू  नीता पास आते हुए हडबडाकर बोली |        ” ये मैंने तुम्हें पूजा के लिए प्रसाद बनाने को कहा था |  प्रसाद बनाकर  पूजा के लिए रखना था ना … Read more

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