प्यार की डोरी से बंधे हैं हम तुम

 कुछ ही घंटों में सुमित्रा जी की बेटी राधिका की बारात आने वाली थी एक तरफ जहां सुमित्रा जी बहुत ज्यादा ही खुश थीं, वहीं दूसरी तरफ वह एक बात को लेकर बहुत परेशान थीं.उनको समझ नहीं आ रहा था कि वह क्या करें बात यह थी राधिका उनकी अपनी बेटी नहीं थी बल्कि उन्होंने … Read more

सासु माँ को सिर्फ “माँ” बना कर तो देखो

जतिन और नेहा  दोनों एक ही कंपनी में साथ-साथ बैंगलोर में सॉफ्टवेयर इंजीनियर थे.  दोनों ने लव मैरिज किया था. जतिन कितनी बार अपनी बीवी नेहा से अपने मां बाप को अपने साथ रखने के लिए बोला था, लेकिन नेहा यह कह कर टाल देती थी अभी रुक जाओ कुछ दिनों बाद बुला लेना.  जतिन … Read more

मेरे पिया ने रख ली मेरी लाज

मिसेज गुप्ता ऑटो रिक्शा से जैसे ही अपने दरवाजे पर उतरीं, दरवाजे से ही अपने बहु भैरवी को आवाज दिया, बहू ओ बहू जल्दी से आ जाओ सामान अंदर ले चलना है.   मिसेज गुप्ता ने दो-तीन बार आवाज लगाई फिर भी उनकी बहू भैरवी घर से बाहर नहीं निकली, उन्होंने जैसे-तैसे करके सामान को … Read more

अतीत के पन्ने

रागिनी की माँ ने कहा, “8 बज गए हैं अब कब सोकर उठोगी। आज ऑफिस नहीं जाना है क्या? इतनी बड़ी हो गई है फिर भी बच्चों जैसी करती रहती है।” रागिनी जल्दी से बिस्तर से उठी, “8 बज गए हैं!” कहते हुए जल्दी से बाथरूम की ओर भागी फटाफट बाथरूम से फ्रेश होकर निकली … Read more

जिंदगी हर कदम एक नई जंग है ( एक बेटी कि संघर्ष कि कहानी)

सोनम लंच बना रही थी  तभी उसके फोन का रिंग बजने लगा।  उसने अपने ननद को आवाज दी, किरण, मेरा फोन लेकर आना, देखूँ तो किसका फोन है।  सोनम की ननद किरण ने कहा, “भाभी आपकी मम्मी का फोन है। ” सोनम ने झट से दौड़कर फोन उठाया क्योंकि उसके पापा कई दिनों से बीमार … Read more

अपने तो अपने होते हैं

यह कहानी एक ऐसे बेटे की है उसके माँ बाप तो नहीं थे लेकिन जो थे वो माँ बाप से भी बढ़ के थे उनके खुद के बेटो ने उन्हे वृद्धाश्रम पहुचा दिया लेकिन इसने उन्हे मान और सम्मान दिया तो आइये पूरी कहानी पढ़ते हैं। इस कहानी को सुनने के बाद अगर आपके आंखो … Read more

तेरा मुझसे है पहले का नाता कोई

कुछ ही दिन पहले मैं शादी करके दिल्ली आई थी. मेरा ससुराल दिल्ली में ही था मेरे पति का चांदनी चौक, दिल्ली मे दुकान था। मै शुरू से भगवान मे बहुत विश्वास करती हूं और बचपन से ही मैं सुबह नहाकर जब तक मंदिर में पूजा ना कर लूं।  मैं अपने पेट में एक अन्न … Read more

कन्यादान – मुकेश पटेल

गर्मी की छुट्टियों में महेश जी हर साल अपने पैतृक गांव जरूर जाते थे। महेश जी का एक छोटा सा परिवार था जिसमें उनकी बेटी नीलम और पत्नी जया कुल मिलाकर तीन सदस्य थे।  नीलम भी 10th का एग्जाम दे चुकी थी इसलिए वह भी अपने मम्मी-पापा के साथ गांव घूमने के लिए जाने वाली … Read more

आखिर बुजुर्गों को भी जीने का हक है

मंजू एक टीचर थी स्कूल में बच्चों को पढ़ा रही थी तभी बीच कक्षा के दौरान पीउन ने दरवाजा खटखटाया। मंजू ने जब दरवाजे की तरफ देखा तो पीउन ने इशारा किया प्रिंसिपल साहब आपको तुरंत अपने ऑफिस में बुला रहे हैं। मंजू बच्चों को सॉरी बोल प्रिंसिपल के चेंबर में पहुंच गई वहां पहुंचते … Read more

उधार के रिश्ते

रूबी 5 साल की थी तभी से उसके सर से बाप का साया हट गया था उसके बाद रूबी की मां अपने मायके में ही रहती थी।  रूबी को यह पता नहीं था कि उसके पापा आखिर कहां चले गए, वह हमेशा अपने नानी से और अपनी मां से इस बारे में पूछती थी लेकिन … Read more

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