‘जब अपने पर आन पड़ी !’ – प्रियंका सक्सेना : Moral stories in hindi
नलिनी ने हाउस मेड कांता से कहा, “कांता, मांजी को खाना-पीना कमरे में ही दे देना।” “जी मेमसाहब।” कांता ने रोजाना की तरह खाना बनाया एक बजे तक पिंकी और पिंटू भी स्कूल से आ गए। दोनों के कपड़े बदलकर हाथ- पांव धुलाकर डायनिंग टेबल पर खाना लगाकर सबको बुलाया। “अरे आंटी! आप दादी को … Read more