बहू का अनर्थ- सुभद्रा प्रसाद : Moral Stories in Hindi

” अरी ओ बहू, ये  क्या अनर्थ कर दिया तुमने |” सास शोभा जोर से  चिल्लाकर बोली  |       ” क्या हुआ मम्मी? क्या किया मैनें |” बहू  नीता पास आते हुए हडबडाकर बोली |        ” ये मैंने तुम्हें पूजा के लिए प्रसाद बनाने को कहा था |  प्रसाद बनाकर  पूजा के लिए रखना था ना … Read more

कोई अपना सा- डॉक्टर संगीता अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

मां,क्यों परेशान कर रही हैं?प्लीज!चली जाइए,मुझे आपको मना करते हुए बहुत जोर पड़ता है,साहिल बोला, कब से उसकी मां सुधा दरवाजा खटखटा रही थीं और कह रही थीं “देख बेटा! बस एक बार इससे मिलकर तो देख! तू मना नहीं कर पाएगा इसे,अपनी मां पर यकीन नहीं तुझे?” मन मारकर साहिल उठा, “ये मां रोज … Read more

सन्तुष्ट- मोनिका रघुवंशी : Moral Stories in Hindi

प्रतीक मैं नौकरी करना चाहती हूं… थाली में गर्म रोटियां रखती हुई नेहा बोली। नौकरी ऐसे अचानक, पर क्यों मैंने या मम्मी ने कभी किसी चीज के लिए रोका है तुम्हे। वो बात नही है प्रतीक, मैं अब घर की चारदीवारी से बाहर निकलकर अपनी एक पहचान बनाना चाहती हूं सुमि भी अब तीन साल … Read more

चौकीदार सीताराम- मंजू ओमर : Moral Stories in Hindi

भाई साहब , भाई साहब बड़े भाई साहब हमारो गला कांट रहे हैं और फिर सीताराम ने भाई साहब के पांव पकड़ लिए ।                     नरेश और सुरेश दो भाई साथ में ही बिजनेस करते थे।उनकी एक फैक्ट्री थी । जिसमें सीताराम चौकीदार का काम करता था और काम धंधे से मतलब का जरूरी सामान भी … Read more

नेकराम की मोटरसाइकिल- नेकराम : Moral Stories in Hindi

दिल्ली के एक कारखाने में काम करते हुए मुझे तीन बर्ष हो चुके थे अम्मा को महीने की सैलरी देने के बाद जो ओवर टाइम लगाता था उन रूपयों को मैं कारखाने के मालिक जगत शर्मा के पास जमा के तौर पर उन्हें दे देता था एक दिन जगत शर्मा जी ने पूछ लिया नेकराम … Read more

आज मां देर तक सो रही है -पूर्णिमा सोनी : Moral Stories in Hindi

सीन 1– दादी आज गांव से आई हैं। ओफ्फो  दादी मां कितनी चीजें लेकर आई हैं आप क्या करुं बेटा.. तुम्हारे दादा जी के चले जाने के बाद सारी खेती मजदूरों के सहारे चल रही हैं, कितना कुछ होता है खेत में, आते समय लगता है कितना ले चलूं बच्चों के लिए, यहां तुम्हारे पापा … Read more

मदद नही जिम्मेदारी -संगीता अग्रवाल । : Moral Stories in Hindi

 नमन यार उठो ना जल्दी देखो कितनी देर हो गई तुम जरा ये बेड ठीक कर दो मैं इतने कमला को रसोई मे बर्तन खाली करके दे दूँ !” रितिका पति को उठाते हुए बोली। ” क्या यार तुम भी थोड़ा सा सोने नही देती !” नमन झुंझला कर उठता हुआ बोला। ” नमन तुम्हे … Read more

अनमोल रिश्ते -पूनम भटनागर । : Moral Stories in Hindi

सिया तुम सुबह से इस काम में लगी हो , इस सब को छोड़ कर पहले कुछ खा लो तुमने सुबह से कुछ नहीं खाया , कहते हुए रमेश ने सिया के हाथ से ब्रश ले लिया। अरे यह क्या कर रहे हैं , चाचा जी थोड़ी ही तो यह चादर रह गई है, पूरी … Read more

हमारे यहां औरत जात की ना चलती- रेनू दत्त : Moral Stories in Hindi

सुबह के सात बजे थे। ट॔ग ट॔ग …बाबूजी के कमरे से दो बार घ॔टी की आवाज आई। सहायिका मीना उधर जाते जाते ठिठक कर बोली ” दीदी साब आपको बुला रे हैं। ,” आज बेटी मिनी का दूसरी कक्षा का रिजल्ट है ,आफिस से पहले उसके स्कूल भी जाना है। तेजी से हाथ में घडी … Read more

हमसफर- वीणा सिंह : Moral Stories in Hindi

ठाकुर महेंद्र प्रताप शहर की जानी मानी हस्ती. आयरन ओर का व्यापार से खूब पैसा कमाया बड़बिल (उड़ीसा का एक शहर) में! उसी पैसे से कई तरह के बिजनेस किया. बेटा ठाकुर आशुतोष प्रताप चांदी का चम्मच ले कर पैदा हुआ. आलीशान बंगला! दो जर्मन शेफर्ड उनकी देखभाल के लिए एक नौकर. एक तरफ फलदार … Read more

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