फैसला – मनीषा सिंह : Moral stories in hindi

अंजलि चल जल्दी-जल्दी ,अपना लंच बॉक्स बैग में डाल ले 9: बजे से तेरी क्लास स्टार्ट हो जाती है।  चेहरा बनाते हुए अंजलि बोल पड़ी, ” मां देखो ना,  मेरे सर के अंदर से कुछ अजीब सी आवाजें आ रही हैं, साथ में चक्कर भी आ रहा है।  इतना सुनते ही कावेरी झट से  बेटी … Read more

मेरे माफ करने से अब कुछ नहीं बदलेगा – बीना शर्मा : Moral stories in hindi

बेटे रजत की शादी के कुछ दिनों बाद जब उसकी मम्मी विमला  अपनी सास शकुंतला से मिलने आई तो उनके  आश्चर्य का ठिकाना ना रहा था उसका बेटा राकेश जब 5 साल का था तभी उसके पति रवि की दिल का दौरा पड़ने के कारण मौत हो गई थी पति के जाने के बाद शकुंतला … Read more

बीमार होने से किसी को फर्क नही पड़ता है – माधुरी गुप्ता : Moral stories in hindi

चालीस नम्बर की कोठी से निकल कर सोमा ने पचास नम्बर की कोठी की तरफ रूख किया,मन तो कर रहा था कि घर बापिस जाकर आराम करे बुखार से पूरा वदन दर्द कर रहा था।फिर सोचा हम गरीब कामबालों की यही मजबूरी है।तन साथ न दे तब भी काम करना पड़ता है,नहीं तो कोठी की … Read more

सही फैसला…. रश्मि झा मिश्रा : Moral stories in hindi

सूनी सड़क पर.. भरी दोपहरी में.. बाइक उड़ाता कार्तिक.. पता नहीं किस दिशा में चला जा रहा था…!  सुबह से बिना कुछ खाए पिए… खुन्नस में और दिमाग काम नहीं कर रहा था…!  बाइक को सड़क पर दौड़ाता काफी दूर निकल गया… पहले 2 घंटे तो यूं ही गुजर गए.. दिमाग में अनेकों विचार.. द्वंद … Read more

अहम फ़ैसला – विभा गुप्ता : Moral stories in hindi

   ” तो तूने सोच लिया है कि अंशु को रज़िया के हवाले कर देगी…।”      ” हाँ दी…अंशु की खुशी में ही तो मेरा सुख है…।” कहते हुए वर्षा का गला भर्रा गया।उसने अपनी बहन मेघना से ‘ ‘रखती हूँ दी’ कहकर फ़ोन डिस्कनेक्ट कर दिया और सोफ़े पर लेटे छह वर्षीय अंशु को वात्सल्य भरी … Read more

एक-दूजे के लिए – डाॅ उर्मिला सिन्हा  : Moral stories in hindi

  रातभर गर्नज-तर्जन के साथ मूसलाधार बारिश होती रही। नमन सुबह दूध लेने निकल ही नहीं सका… क्योंकि सड़क पर घुटने तक पानी था।    मीनू चाय बनाने गई… दूध के साथ गैस भी खतम, “हे भगवान… इस बरसात में कहाँ से लाऊं दूध और गैस सिलेंडर… आज भूखा ही रहना होगा। आज गैस एजेंसी भी बंद … Read more

प्रायश्चित – पुरूषोत्तम : Moral stories in hindi

ब्रजमोहन देव के पक्ष में जमीन की डिग्री नहीं हुई थी। जिस जमीन पर उसने दावा किया था वह प्रधानी जोत थी। जमीन पर उसका दावा खारीज हो गया था। लेकिन विशारदपुर थाने का बड़ा बाबू सकते में था। कल ही उसने इलाके के रसूखदार ब्रजमोहन देव के कहने पर उस खंडहरनुमा घर से एक … Read more

गाल फुलाना ! – सुषमा यादव : Moral Stories in Hindi

राजेश शाम को जब आफिस से घर आए तो देखा मां बाहर आंगन में बैठ कर अपनी उंगलियों को मरोड़ कर कुछ गंभीर चिंता में मगन थीं। राजेश ने मां से पूछा, क्या हुआ मां? आपको किसी ने कुछ कहा क्या? जो मुंह फुलाकर बाहर बैठी हो। मां ने गुस्से में कहा, दुलहिन,जब देखो तब … Read more

मोक्ष – शुभ्रा बैनर्जी : Moral stories in hindi

सरिता की सास ने अपने जीवन में बहुत दुख सहे थे।मायके में गरीबी से जूझते हुए ,सिलाई करके पिता का सहारा बनी थीं।विवाह से पहले ही होने वाले पति को दुर्घटना में एक पैर गंवाना पड़ा।घर की ग़रीबी को देखकर, और शायद उस पुरुष को मन से अपना पति स्वीकार कर चुकीं सरिता जी ने … Read more

एक फैसला – पुष्पा जोशी : Moral stories in hindi

  रामदयाल जी माध्यमिक विद्यालय के प्रधानअध्यापक थे। वे एक ग्रामीण परिवेश में पले बढ़े। छोटा सा गॉंव था, गाँव में उनका खेती का व्यवसाय था, और चार भाइयों का संयुक्त परिवार था। पिताजी गंगाराम ने सभी बेटों को पढ़ाने की कोशिश की। गाँव में हायरसेकण्डरी स्कूल था, आगे की पढ़ाई के लिए शहर जाना … Read more

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