फैसला – मनीषा सिंह : Moral stories in hindi
अंजलि चल जल्दी-जल्दी ,अपना लंच बॉक्स बैग में डाल ले 9: बजे से तेरी क्लास स्टार्ट हो जाती है। चेहरा बनाते हुए अंजलि बोल पड़ी, ” मां देखो ना, मेरे सर के अंदर से कुछ अजीब सी आवाजें आ रही हैं, साथ में चक्कर भी आ रहा है। इतना सुनते ही कावेरी झट से बेटी … Read more