मैं खामोश थी – नेकराम  : Moral stories in hindi

उस दिन लड़के वाले हमारे घर आए लड़के ने मुझे देखा और पसंद कर लिया मगर मैं खामोश रही किसी ने मेरी पसंद नहीं पूछी लड़के का अच्छा बिजनेस और देखने में सुंदर था दोनों परिवार वालों ने मिलकर मेरी सगाई की तारीख रख दी लड़के ने सब लोगों के सामने मेरी उंगली में अंगूठी … Read more

समधन जी आपकी सोच कितनी शर्मसार करने वाली है… – अमिता कुचया  : Moral stories in hindi

सुशीला अपनी पोती के होने से हमेशा दुखी रहती है ।वह बहू को हमेशा ताने देती रहती है, उसकी उंगली करने की आदत रहती है।वह  उसे ही दोष देकर कहती हैं -अगर बहू पोता होता तो मैं मिठाई बंटवा देती।काश पोता होता।अब क्या कहूं किसी से••••उसे अंदर ही अंदर बहुत बुरा लगता है। फिर एक … Read more

आज्ञाकारी बेटा- डॉ संगीता अग्रवाल  : Moral stories in hindi

सुबह के समय बड़ी मधुर हवा बह रही थी,चिड़ियां चहचहा रही थीं,पार्क के एक हिस्से में काफी सारे वृद्ध लाफ्टर थेरेपी कर रहे थे।हाथ उठाकर खिलखिला के हंसना,तरह तरह के मुंह बनाकर ठहाका लगाना सारे वातावरण को खुशनुमा बना रहा था। थोड़ी देर बाद,वो सब हाफ सर्किल बनाकर बैठे गप्प शप में व्यस्त हो गए। … Read more

लड़की जात – डॉ पारुल अग्रवाल  : Moral stories in hindi

घर में आज सभी व्यस्त थे क्योंकि घर की लाडली बेटी रिया को लड़के वाले देखने आ रहे थे। लड़का रिया के दादाजी के ही बहुत अच्छे दोस्त का पोता था। वो एक बहुत बड़ी नामी कंपनी में बहुत अच्छी पोस्ट पर था,इधर रिया भी कुछ कम नहीं थी। रिया भी एक बड़े प्राइवेट बैंक … Read more

बड़े दिलवाली है – विभा गुप्ता   : Moral stories in hindi

 ” हा-हा…इसका रंग तो देखिये…कितना भड़कीला है..।” ” हाँ …डिजाईन तो ऐसा कि अपनी कामवाली चंपा भी देह पर न लगाये..।”      ” अब छोटे घर वालों की पसंद तो ऐसी ही होगी न बड़ी बहू…।”        ललिता जी अपनी दोनों बहुओं सुनिधि और अदिति के साथ बैठकर छोटी बहू पूजा के मायके से आये कपड़े-गहनों की … Read more

मुझे अपने बेटे पर शर्म आती है – अर्चना खंडेलवाल  : Moral stories in hindi

आदित्य के कमरे का दरवाजा अभी तक भी नहीं खुला था, सुबह के नौ बज रहे थे और मंजू जी कब से उसके उठने का इंतजार कर रही थी, कभी वो घड़ी को देखती तो कभी रसोई में ठंडे हो रहे नाशते को, फिर सोचा जाकर दरवाजा बजा देती हूं, पर आदित्य का गुस्सा याद … Read more

खिलाफ़ – पूजा मिश्रा  : Moral stories in hindi

 मुझे घर जाते हुए डर लग रहा था पता नही मेरा ये फैसला घर वालों को मंजूर होगा या नही , मां को तो समझा लूंगा पर पापा और चाचा को समझाना मेरे वश का नही है।    जिसको जिंदगी में आना होता है वह आ ही जाता है,मैं और अंशुमान साथ टू बी एच के … Read more

गिले शिकवे – गीता वाधवानी : Moral stories in hindi

“मां ,मैं आखरी बार कह रहा हूं, मैं सलोनी से ही शादी करूंगा। मुझे उसी से शादी करनी है करनी है करनी है, बस किसी और से नहीं।”आशीष ने  गुस्से में कहा।  उसकी मां शारदा जी ने कहा-“मैं और तेरे पापा (राजन) इस शादी के खिलाफ हैं। तब भी क्या तू अपनी मर्जी चलाएगा। ना … Read more

इच्छा – ऋतु गुप्ता : Moral stories in hindi

क्यूंँ रे गोलू तू आज फिर स्कूल गया था ,तुझे कितनी बार समझाया है कि ये  स्कूल  और किताबे बिताबे हमारे लाने नहीं है ।हमें भगवान ने जिस काम के लिए भेजा है वही सीख जा बस इतना ही काफी है, वही काम आएगा तेरे ,हम दलित हैं और यह हरिजन नाम भी हमें उदारता … Read more

मर्मान्तक चोट – बालेश्वर गुप्ता  : Moral stories in hindi

अबे लड्डन इधर आ,हरामखोर अपने शर्मा जी का लौटा चुराते तुझे शर्म नही आयी।तूने हमे कही मुँह दिखाने लायक नही छोड़ा।      गलती हो गयी बापू माफ कर दे।     माफी मांगनी है तो शर्मा जी से मांग।उन्होंने माफ कर दिया तो ठीक,नही तो तेरा खाना पीना बंद।       शर्मा जी बोले अरे छोड़ो गिरधारी,बच्चा है।माफी मांग रहा … Read more

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