सुबह का भूला… – करुणा मलिक : Moral stories in hindi

साक्षी बेटा , कल गाँव तुम्हारे बाबूजी के पास गई थी । भइया  तो सचमुच भाभी के जाने के बाद एकदम से बहुत कमज़ोर और बूढ़े दिखने लगे हैं ।  हाँ बुआ जी , शरद हमेशा ही वीडियो कॉल पर बातें करते हैं पर क्या करें ? अम्मा की तेरहवीं के बाद हमने बाबूजी को … Read more

मैं अपनी मम्मी के खिलाफ कुछ नहीं सुन सकता – बीना शर्मा: Moral stories in hindi

वर्षों बाद विमला ने अपने बेटे अजय को अपने घर पर देखा तो उसे बहुत आश्चर्य  हुआ  अजय के साथ में उसकी पत्नी अनामिका भी थी उसके बेटे बहू रोजगार के कारण काफी वर्षों से अपने बच्चों के साथ मुंबई में रहते थे जिनके वापस आने की उम्मीद विमला ने छोड़ दी थी मम्मी को … Read more

पागल कहीं की – संध्या त्रिपाठी: Moral stories in hindi

         हॅलो मैम….. मैं जिला अस्पताल से बोल रहा हूं …आपकी बेटी रत्ना का प्रसव के पश्चात निधन हो गया है…! कृपया अस्पताल से संपर्क कर मृत शरीर को अपने सुपुर्द लें…।        क्या.. क्या…?? आपको कोई गलतफहमी हो गई है …मेरी बेटी रत्ना नहीं है …और आपको मेरा फोन नंबर किसने दिया…?  सॉरी …..कह कर सुलोचना … Read more

याराना – रश्मि प्रकाश : Moral Stories in Hindi

“ देख सुमन अपने बेटे से कह दे,मेरी रानी से दूर रहें, कल तक दोनों साथ हँसते बोलते थे तो सही था पर अब ये सब शोभा नहीं देता,तू समझ रही है ना, अब लोग मेरी रानी पर उँगली उठाने लगे हैं कह रहे हैं देखो इसको अभी अभी ऐसा हादसा हुआ और ये आशिक … Read more

बात समझ की है ।। – अंजना ठाकुर : Moral Stories in Hindi

राकेश के मोबाइल  मैं किसी उर्मी के नाम पर दस हजार रुपए ट्रांसवर का मैसेज देख मीता का दिमाग खराब हो गया और उसके दिमाग मैं जाने क्या क्या चलने लगा राकेश जैसे ही बाथरूम से निकला मीता ने सवालों को झड़ी लगा दी ये उर्मी कौन है इसको तुमने पैसे क्यों डाले और उसने … Read more

पहले मैं पत्नी हूं – शुभ्रा बैनर्जी: Moral stories in hindi

 “मां !ओ मां ,कहां हो तुम?”नीरज हमेशा की तरह चिल्लाते हुए घर में घुसा। सामने ही रवि बैठे थे।बेटे को घूरते हुए कहा”आ गया ,मां का चमचा।”दिशा को हंसी आ गई।यह पहली बार नहीं हुआ था।बाप -बेटे में ज्यादा बात कभी नहीं होती थी।रवि ख़ुद भी गंभीर स्वभाव के थे,बेटा भी उन्हीं पर गया था।अपनी … Read more

धारा के विपरीत – बालेश्वर गुप्ता : Moral stories in hindi

  बर्फ से ढकी कश्मीर की वादी अपने पूर्ण सौंदर्य की छटा बिखेर रही थी।सैलानी ठंड से बेफिक्र हाथों से बर्फ के ढेले बना बना कर एक दूसरे पर फेंक रहे थे।अजीब मस्ती का आलम था।रितेश और अखिलेश आज ही गुलमर्ग पहुचे थे।वहां के दृश्य देख उनका मन झूम उठा।         रितेश एक सामान्य परिवार का लड़का … Read more

मन के खिलाफ – सुभद्रा प्रसाद  : Moral stories in hindi

आशा देवी की तबियत ठीक नहीं थी |चार दिन से उन्हें बुखार था, जो कभी उतर जाता, कभी फिर हो जाता | डाक्टर ने उन्हें देखा था और दवा भी दी थी, फिर भी वे ठीक नहीं हो पाई थी | वह अब ठीक होना भी नहीं चाहती थी | वह अपने जीवन से निराश … Read more

कितना शर्मशार करोगे – मंजू ओमर  : Moral stories in hindi

मर क्यों नहीं जाता तू कितना शर्मशार करेगा ,कहीं मुंह दिखाने लायक नहीं छोड़ा,हे भगवान इसे उठा क्यों नहीं लेता तू कुसुम आंटी बराबर उसको डंडे से पीटती जा रही थी। आखिर में वो डंडा भी दो टुकड़ों में टूट गया। प्रकाश जी जो उनके पड़ोसी थे कुसुम आंटी को पकड़कर घर तक छोड़ने आए … Read more

मैं खामोश थी – नेकराम  : Moral stories in hindi

उस दिन लड़के वाले हमारे घर आए लड़के ने मुझे देखा और पसंद कर लिया मगर मैं खामोश रही किसी ने मेरी पसंद नहीं पूछी लड़के का अच्छा बिजनेस और देखने में सुंदर था दोनों परिवार वालों ने मिलकर मेरी सगाई की तारीख रख दी लड़के ने सब लोगों के सामने मेरी उंगली में अंगूठी … Read more

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