सूर्य का अहंकार ‘ – डा. सुनील शर्मा

सूर्य धरती के लिए ईश्वर का दिया हुआ अद्भुत वरदान है. सूर्य से ही पृथ्वी पर जीवन है. जीव, पेड़ पौधे सभी सूर्य से ऊर्जा लेते हैं. सूर्य का प्रकाश धरती पर दिन तथा रात का सृजन करता है. धरती सूर्य के गिर्द घूमती है तो रंग रंगीली छ: ऋतुओं का आगमन होता है. ऋतुओं से जुड़े हमारे पर्व- त्योहार हमें आनंद उत्सवों को मनाने का अवसर देते हैं. अर्थात धरती पर रह रहे हर प्राणी के अस्तित्व का आधार सूर्य ही है. 

 

इसी लिए हमारे पूर्वज ऋषि मुनियों ने सूर्य के महत्व को सृष्टि के आरम्भ में ही जान लिया था. सूर्य की उपासना विश्व की लगभग हर सभ्यता में होने लगी थी. सूर्य को देवों में ऊंचे स्थान पर प्रतिष्ठित किया गया था. आर्य सभ्यता में भी पवित्र वेदों की ऋचाओं में सूर्य की महिमा का उल्लेख है.

 

यही सब देखकर सूर्य को अहंकार हो गया. वह दंभ से भर गया और अपने को चराचर जगत का स्वामी समझने लगा. उसे लगा कि पृथ्वी पर रहने वाला हर जीव तथा पेड़ पौधे सभी उसकी दया पर निर्भर हैं. वह चमकता है तो फसलें होती हैं, उसके ही तेज से पौधे प्राण वायु का संचार करते हैं, उसकी रौशनी है तो जनजीवन में रंग है. 

 

यह अहंकार इतना बढ़ गया कि वह कई गुना तेज से चमकने लगा. उसके घमंड की गर्माहट कुछ इस कदर बढ़ी कि प्रथ्वीवासी बिलबिला उठे. फसलें जल गईं. नदी नाले, जोहड़ तालाब सब सूख गए. धरती के सीने में सूखे के कारण दरारें पड़ गईं. धरती पर हाहाकार मच गया. लोग त्राहीमाम – त्राहीमाम कर उठे. धरती पर जीवन का अस्तित्व ही जैसे खतरे में पड़ गया.

 

बादल के एक छोटे से टुकड़े से यह सब देखा न गया. वह साहस कर उड़ा और सूर्य को ढक लिया. अन्य बादलों को भी हिम्मत हुई. धीरे -धीरे पूरा आकाश ही बादलों से ढक गया. काले बादलों का जमावड़ा गहन होता गया और फिर झमाझम बारिश होने लगी. नदी नाले भरने लगे. पेड़-पौधों को जैसे नया जीवन मिला. पृथ्वी ने जल्द ही हरी चादर ओढ़ ली. किसान खेत जोत कर बुवाई करने लगे. जल्द ही फसलें लहलहाने लगीं. 

 

सूर्य को अपनी ग़लती का अहसास हुआ. एक छोटा सा बादल का टुकड़ा ही उसके अहंकार को चूर-चूर करने के लिए काफ़ी था. बादलों को हटाकर उसने धरती की ओर झांका. धरतीवासी अभी भी उसके प्रति कृतज्ञता प्रकट कर रहे थे. उसकी आंखें शर्म व ग्लानि से झुक गईं. प्रक‌ति ने इस आनंद की बेला में एक विशाल इंद्रधनुष आकाश में टांग दिया. 

#अहंकार

-डा. सुनील शर्मा

गुरुग्राम, हरियाणा 

Leave a Comment

error: Content is Copyright protected !!