होली है – शुभ्रा बैनर्जी : Moral stories in hindi
रितिका की यह पहली होली थी ससुराल में।मायके में कभी हुल्लड़ नहीं मचाया था उसने।घर की बड़ी थी।पापा के जाने के बाद बड़ी जिम्मेदारी से संभाला था मां और छोटे भाई-बहनों को।उसका यह मानना था कि अनुशासन में रखने से पहले स्वयं अनुशासित रहना होगा उसे। अपने सारे शौक मार कर भाई-बहनों को जीवन का … Read more