शराबी पति – सुधा सिंह

नेहा का जन्म है साधारण से परिवार में हुआ था वह तीन बहने थी एक भाई  मां दूसरों के घर में चौका बर्तन करती थी पिता की हालत बहुत अच्छी नहीं थी इसलिए नेहा जब से बड़ी हुई उसने भी एक घर पकड़ लिया था चौका बर्तन के लिए वहां  जाने लगी.. 

नेहा बचपन से ही काम करने जाती थी  उनकी पढ़ाई तो नहीं हो पाई  तो उसके पिता ने उसके लिए  एक सुयोग्य वर ढूढ़ा  नेहा ने  सोचा कि चलो अब  सारी परेशानी खत्म हुए  शादी हो जाएगी   और वह अपने ससुराल में आराम से रहेगी जैसे लोग अपनी पत्नी को प्यार करते हैं उसका पति उसे प्यार करेगा नेहा अपने आंखों में हजारों सपने लेकर ससुराल गई लेकिन कुछ ही दिन बाद उसके  पति की सच्चाई उसकी आंखों के सामने आई तो वह एकदम परेशान सी हो गई

उसका पति आए दिन शराब पीकर आता था और  उसे मारने पीटने लगा नेहा भरसक प्रयास करते कि उसका पति सही से रहे वह शराब दारू ना पिए लेकिन फिर भी वह शराब बगैरा पी कर रोज घर में हो हल्ला करके  परेशान करता धीरे-धीरे उसके पास जितनी भी कमाई के पैसे थे सब  खत्म होने लगे। 


 नेहा काफी परेशान रहने लगी अब उसका पति रोज शराब पीकर आता और उसे मारता पीटता .  उसका पति अक्सर उसे ताना  देता था कि मायके में तो तू सारा काम करती थी किसी के घर में झाड़ू पोछा का  काम करती थी और आज तू मेरे यहां रह कर कोई काम नहीं करती घर में महारानी जैसी रहती है कम से कम अगर किसी घर में झाड़ू पोछा कर लेगी तो चार पैसे आने लगेंगे वह खुद अपना कोई काम नहीं करता था लेकिन वह पत्नी को अक्सर काम करने के लिए कहता था

नेहा ने भी सोचा कि क्यों ना किसी घर में काम  पकड़ लिया जाय और वह पर काम करने लगी नेहा दूसरे घर में काम करती है और महीने के अंत में जो भी सैलरी मिलती वह लाकर  जैसे ही घर में किसी जगह रहती है उसका पति शराब के लिए कहीं ना कहीं से ढूंढ कर उस पैसे को अपने शराब में यूज़  कर लेता था। 

 नेहा बहुत परेशान रहने लगी अगर वो नेहा  से पैसे मांगता और नेहा पैसे नहीं देती तो उसके बाद भी वह  उसे मारता पीटता और पैसे के लिए उसे बहुत ज्यादा मरने लगा था स्नेहा बहुत परेशान रहती थी वह करती थी क्या अब तक उसके दो बच्चे भी हो गए थे उसे परिवार और अपने बच्चों की फिक्र थी पर वो उसे अपने पति की भी फिक्र थी उसका पति शराब पीकर उसे रोज परेशान करता था रोज मरता पीटता था आखिरी  एक दिन  तंग आकर नेहा ने वह घर छोड़ दिया अब वो झाड़ू पोछा और घर का काम करके अपने बच्चो को पढ़ाती और एक अच्छी जिंदगी जी रही थी…. 

सुधा सिंह

Leave a Comment

error: Content is Copyright protected !!