अब तक आपने पढ़ा…..
अनुराधा और गौरव किस तरह वापस गाड़ी तक पहुँचते है…. वहाँ उन्हें कुछ लोग मिलते है बहादुरी से लड़ते हुए अनुराधा और गौरव गाड़ी तक पहुँचने में कामयाब हो जाते है……लेकिन अनुराधा को पत्थर से लग जाती है
अब आगे…..
गौरव अनुराधा को पकडे हुए राहुल से जल्दी गाड़ी चलाने को कहता है राहुल झड़ियों निकाल कर कुछ ही देर में गाड़ी रोड पर ले आता है और मीरा को कहता है होस्पिटल सर्च करो जल्दी..
मीरा अपने मोबाइल में देखती है और हॉस्पिटल सर्च करने लगती है….थोड़ा सर्च करने के बाद वो बोलती है 3 किलोमीटर दूर है हॉस्पिटल…..और उसको रास्ता दिखाने के लिए फोन को स्टैंड पर लगा देती है
राहुल डेविड को फोन लगाओ और डॉक्टर महेश्वरी को आने को बोलो…
मीरा राहुल के फोन से डेविड को फोन लगाती है और डॉक्टर को बुलाने के लिए बोलती है…..
राहुल जितना हो सकता था सबसे बचते
बचाते हुए गाड़ी को भगा रहा था …आधे घंटे के बाद वो लोग हॉस्पिटल के सामने थे …. राहुल गाड़ी से उतरा और मीरा भी…. डेविड भी गाड़ी ले कर पहुँच गया था…..
मीरा भाग कर हॉस्पिटल के अंदर गयी और डॉक्टर उसने ज़ोर से पुकारा….
क्या हुआ एक वार्ड बॉय ने पूछा….
और उसे silence का बोर्ड दिखाया
मैम please शांत हो जाइये क्या हुआ है… रेसेप्शनिस्ट ने कहा
डॉक्टर कहाँ है …..अनुराधा बेहोश है….उसका बहुत खून बह रहा है जल्दी …वो बाहर गाड़ी में है. Please जल्दी भेजिए किसी को please
रेसेप्शनिस्ट के कहने पर दो वार्ड बॉय स्ट्रेचर ले कर बाहर की तरफ गए
बाहर राहुल ने गौरव की तरफ का दरवाज़ा खोला और दूसरी तरफ से अनुराधा को अपनी तरफ किया तब तक वार्ड बॉय स्ट्रेचर ले कर आ गए….. उन्होंने राहुल को पीछे किया और गौरव को गाड़ी में से उतरने को बोला गौरव गाड़ी में से उतरने को हुआ तो उसका कुर्ता अनुराधा ने कस के अपने हाथ से पकड़ा हुआ था…. गौरव ने उसके हाथ की तरफ देखा उसका हाथ अपने हाथ में लिया और बोला…. कुछ नहीं होगा आपको…. और कुर्ते से हटा कर अनुराधा का हाथ अपने हाथ में ली लिया
.
वार्ड बॉय अनुराधा को स्ट्रेचर पर ले कर अंदर कि तरफ जाने लगा… राहुल और गौरव भी उसके पीछे गए… गौरव का एक तरफ का पूरा कुर्ता लाल हो गया था… वो इन सबसे अंजान अनुराधा के पीछे चले जा रहा था
डॉक्टर …..गौरव ने ज़ोर से बोला
मीरा ने उसके पास आते हुए कहा …आ रहे है डॉक्टर ….तब तक वार्ड बाय अनुराधा को इमर्जेंसी में लेकर चले गए थे ….
राहुल , डेविड और मीरा ने गौरव की तरफ देखा तो उसके एक तरफ के पूरे कुर्ते और कुर्ते की बाँह पर खून लगा हुआ था…..
तभी डॉक्टर आ गए गौरव उनके पास गया और बोला… मैं गौरव भरद्वाज अनुराधा को कुछ नही होना चाहिए…. Please आप देखें उन्हें..
डॉक्टर ने गौरव की तरफ देखा तो बोले आपको भी काफी लगी है नर्स….नहीं मुझे कुछ नही हुआ
तो फिर से खून
वो अनुराधा के लगी है आप जल्दी जाएं मैं ठीक हूँ
जी आ फिक्र ना करें मैं देखता हूँ….डॉक्टर के साथ आयी हुयी दो और नर्स के साथ वो इमर्जेंसी में चले गए गौरव भी पीछे पीछे जाने लगा तो एक नर्स ने उसे रोक दिया सर आप अंदर नही जा सकते..
गौरव वहीं रुक गया
उसने डेविड को बोला डॉक्टर महेश्वरी को फोन किया..
जी सर वो आ रहे है उनको location भेज दी है मैंने
तभी राहुल का फोन बजा दीनदयाल जी का फोन था… राहुल थोड़ा घबरा गया उनका call देख कर..
उसने डरते हुए बोला..
हैलो बाबा..
राहुल क्या हुआ है.. डॉक्टर महेश्वरी का फोन आया था तुमने उनको किसी location पर बुलाया है और क्यों..
गौरव और बाक़ी सब कहाँ है…बात करवाओ गौरव से ..
राहुल ने फोन गौरव को देते हुए कहा.. बाबा हैं
हैलो बाबा…
गौरव क्या हुआ है डॉक्टर महेश्वरी को क्यों बुलाया
बाबा अनुराधा को लग गयी है…..
लग गयी है मतलब… कहाँ? कैसी है वो?
डॉक्टर उन्हें देख रहे है….
लेकिन हुआ क्या… तुम सब तो dinner करने गए थे फिर ये सब
बाबा आप राहुल से बात करिए गौरव ने राहुल को फोन दिया..राहुल ने सारी बात दीनदयाल जी को बतायी….
दीनदयाल जी के साथ शांति जी ने भी सारी बात सुनी
हम लोग आ रहे है .. अनुराधा को कुछ हो गया तो हम कमिशनर साहब को क्या जवाब देंगे बताओ तुम सब कहाँ हो?
नही बाबा …आप अभी रुकिए…. डॉक्टर देख रहे है उनको पहले बताने दीजिए कि कैसी condition है… फिर देखते है और हम सब हैं यहाँ आप चिंता मत कीजिए
ठीक है तुम फोन करना जो भी बात कहें डॉक्टर
जी….
गौरव ने मीरा को कहा… अंकल को बोलो घर जाए और राहुल तुम भी बोल दो अंकल, आंटी को कि घर पहुँचे
ठीक है दोनों ने कहा और अपने अपने घर फोन कर दिया |
राहुल ने गौरव को देखा तो बोला मैं कुछ देखता हूँ तुम्हारे चेंज करने के लिए डेविड बाहर देखो कोई शॉप है जो ये चेंज कर सके.. डेविड बाहर देखने चला गया
राहुल ने रेसेप्शनिस्ट से पूछा कोई रूम मिल सकता है थोड़ी देर के लिए…. वो..
जी… कह कर वो चेक करने लगी
हाँ एक रूम है ….
उसने वार्ड बॉय से कह कर रूम के लिए बोला
डेविड को बाहर शॉप से गौरव के लिए कपड़े मिल गए थे.. वो उन्हें ले कर अंदर आया और गौरव ने चेंज कर लिया
लगभग दो घंटे बाद डॉक्टर बाहर निकले
गौरव राहुल, मीरा और डेविड ने उनको देखा तो उनके पास गए
कैसी है वो डॉक्टर?
डॉक्टर ने कहा…सिर में चोट है किसी तेज़ चीज़ या डंडे जैसा कुछ बहुत ज़ोर से लगा है..और जहाँ लगा है वहाँ काफ़ि गहरा cut लग गया है…खून काफी बह गया है…. हमने stitches कर दी है… उन्हें अभी होश नहीं आया है हमे उनके होश में आने तक इंतज़ार करना होगा….. आप ब्लड का इंतज़ाम कर लें जितना हॉस्पिटल में है वो शायद कम पड़ सकता है…..
उन्हें obzervation में रखना होगा….
वैसे उनको इतना लगा कैसे ?
रास्ते में कुछ बदमाश लोगो ने हमला कर दिया उसी में ये सब हो गया
ओह…वैसे आप उनके कौन है?
राहुल ने कहा – ये अनुराधा सिंह है पुलिस ऑफिसर….. DB ग्रुप का नाम आपने सुना होगा ये गौरव भरद्वाज और मैं राहुल
ये इसकी सेक्योरिटि के लिए आयी थी… और ये सब हो गया
Brave girl उन्होंने पीछे मुड़ कर रूम की तरफ देखा
क्या हम देख अनुराधा को सकते है?
हाँ लेकिन बाहर से
गौरव ने हाँ में सिर हिलाया और रूम की तरफ बढ़ गया…. उसने दरवाज़े मे लगे हुए शीशे में से देखा तो अनुराधा दूसरी तरफ करवट लिए हुए थी उसके पीछे तकिया लगा हुआ था …. उसके सिर पर bandage किया हुआ था….. गौरव ने शीशे पर हाथ रखा और उसकी आँखों में नमी तैर गयी
राहुल उसके पीछे खड़ा हुआ था…. गौरव उसकी तरफ घूमा उसे देखा और उसे कस गले से लगा लिया ……
राहुल उसके emotions समझ रहा था… उसने गौरव की पीठ को सहलाया और उसे चेयर पर बिठाया
मीरा और डेविड ने भी अनुराधा को दरवाज़े से देखा…
राहुल ने दीनदयाल जी को फोन करके सारी situation के बारे में बताया….
दीनदयाल जी ने कमिशनर साहब को भी बता दिया था…. वो भी भरद्वाज मेंशन आ गए थी उनको सब बात पता चली तो… उन्होंने दीनदयाल जी से कहा…. सर मैंने कहा था था ना कि अनुराधा हमारी सबसे काबिल ऑफिसर में से एक है…
दीनदयाल जी ने हाँ में सिर हिलाया और बोले…. बस उन्हें होश आ जाए जल्दी |
आशा करती हूँ कहानी का ये भाग आपको पसंद आया होगा .. जल्दी ही फिर मिलूँगी
भाग – 13 का लिंक
भाग – 11 का लिंक
धन्यवाद
स्वरचित
कल्पनिक कहानी
अनु माथुर
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