रोने से नहीं बदलती क़िस्मत – शुभ्रा बैनर्जी  : Moral Stories in Hindi

Post Views: 8 Moral Stories in Hindi : शिवानी आंटी अपनी किस्मत लकीरों में ढूंढ़ ही नहीं पाई कभी।भोर की पहली किरण के निकलने से पहले ही उठ जाती थीं।कॉलोनी में धनवान घरों के कपड़े धोती थीं वह।सुबह सवेरे कॉलोनी के सार्वजनिक नल में कपड़े धोते -धोते ही उजाला हो जाता था।वापस आकर आंटी पापड़,चिप्स … Continue reading रोने से नहीं बदलती क़िस्मत – शुभ्रा बैनर्जी  : Moral Stories in Hindi