नेकराम की मोटरसाइकिल- नेकराम : Moral Stories in Hindi
दिल्ली के एक कारखाने में काम करते हुए मुझे तीन बर्ष हो चुके थे अम्मा को महीने की सैलरी देने के बाद जो ओवर टाइम लगाता था उन रूपयों को मैं कारखाने के मालिक जगत शर्मा के पास जमा के तौर पर उन्हें दे देता था एक दिन जगत शर्मा जी ने पूछ लिया नेकराम … Read more