हमसफर – पूजा मिश्रा : Moral Stories in Hindi

आज फिर घर से निकलते निकलते काव्या से झगड़ा हो गया मुझे क्यों गुस्सा आता है अब उसकी लापरवाही पर ? कितना मेरी सब जरूरतो का ध्यान रखती थी अब जब से गोलू पैदा हुआ है उसे मेरी कोई फिकर ही  नही आज फिर देर हो गई, नाश्ता तो बना नही था खुद तो मेटरनिटी … Read more

ननद रानी संभल कर, ससुराल वालों के झांसे में मत आना – सविता गोयल : Moral Stories in Hindi

 ” बधाई हो भाभी, लड़के वालों को हमारी रिंकी पसंद आ गई है। आज ही संगीता दीदी का फोन आया था…. कह रही थी बात आगे बढ़ाएं हमें लड़की पसंद है ।,,  एक ही सांस में कावेरी अपनी भाभी सुमित्रा से बोल गई …. चेहरे की चमक साफ बता रही थी कि अपने बताए रिश्ते … Read more

पिता का स्वाभिमान- शिप्पी नारंग : Moral Stories in Hindi

“अनूप और प्रिया आए हैं”। ममता जी कमरे में घुसते हुए पति सूरज जी से कहा । सूरज जी ने अखबार चेहरे से हटाकर पत्नी की तरफ देखा थोड़ा गुस्से से पूछा “कौन आया है ?” “आपके बेटा बहू …’और अभी आगे पति से कुछ कहती कि सूरज जी थोड़ी तल्खी से बोले “आता हूं … Read more

हमसफ़र- श्वेता सोनी : Moral Stories in Hindi

समय को भी पंख लग जाते हैं क्या, बेटियां कैसे देखते-देखते बड़ी हो जाती हैं ना,,अमलतास के खिलने का मौसम यही अप्रैल, मई हीं तो होता है और इसी महीने में अपर्णा पैदा हुई थी, तभी शिवानी ने आँगन में अमलतास लगाया था.  इस बार उसका बीसवां जन्मदिन मनाने की तैयारी है.तैयारी तो बस पूछिए … Read more

हमसफ़र- डाॅक्टर संजु झा : Moral Stories in Hindi

नीरज  पत्नी के इंतजार में बाल्कनी में बैठकर उड़ते हुए बादल और ढ़लते हुए सूरज की लुका-छिपी देखते हुए सोच रहा है कि उसकी जिन्दगी में भी काफी उतार-चढ़ाव आएँ,परन्तु रिचा जैसी हमसफ़र पाकर उसकी जिन्दगी खुशगवार हो उठी।जीवन की आपाधापी में से समय निकालकर एक महीने पर अपनी हमसफ़र रिचा से मिलने आ ही … Read more

बहू का अनर्थ- सुभद्रा प्रसाद : Moral Stories in Hindi

” अरी ओ बहू, ये  क्या अनर्थ कर दिया तुमने |” सास शोभा जोर से  चिल्लाकर बोली  |       ” क्या हुआ मम्मी? क्या किया मैनें |” बहू  नीता पास आते हुए हडबडाकर बोली |        ” ये मैंने तुम्हें पूजा के लिए प्रसाद बनाने को कहा था |  प्रसाद बनाकर  पूजा के लिए रखना था ना … Read more

कोई अपना सा- डॉक्टर संगीता अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

मां,क्यों परेशान कर रही हैं?प्लीज!चली जाइए,मुझे आपको मना करते हुए बहुत जोर पड़ता है,साहिल बोला, कब से उसकी मां सुधा दरवाजा खटखटा रही थीं और कह रही थीं “देख बेटा! बस एक बार इससे मिलकर तो देख! तू मना नहीं कर पाएगा इसे,अपनी मां पर यकीन नहीं तुझे?” मन मारकर साहिल उठा, “ये मां रोज … Read more

सन्तुष्ट- मोनिका रघुवंशी : Moral Stories in Hindi

प्रतीक मैं नौकरी करना चाहती हूं… थाली में गर्म रोटियां रखती हुई नेहा बोली। नौकरी ऐसे अचानक, पर क्यों मैंने या मम्मी ने कभी किसी चीज के लिए रोका है तुम्हे। वो बात नही है प्रतीक, मैं अब घर की चारदीवारी से बाहर निकलकर अपनी एक पहचान बनाना चाहती हूं सुमि भी अब तीन साल … Read more

चौकीदार सीताराम- मंजू ओमर : Moral Stories in Hindi

भाई साहब , भाई साहब बड़े भाई साहब हमारो गला कांट रहे हैं और फिर सीताराम ने भाई साहब के पांव पकड़ लिए ।                     नरेश और सुरेश दो भाई साथ में ही बिजनेस करते थे।उनकी एक फैक्ट्री थी । जिसमें सीताराम चौकीदार का काम करता था और काम धंधे से मतलब का जरूरी सामान भी … Read more

नेकराम की मोटरसाइकिल- नेकराम : Moral Stories in Hindi

दिल्ली के एक कारखाने में काम करते हुए मुझे तीन बर्ष हो चुके थे अम्मा को महीने की सैलरी देने के बाद जो ओवर टाइम लगाता था उन रूपयों को मैं कारखाने के मालिक जगत शर्मा के पास जमा के तौर पर उन्हें दे देता था एक दिन जगत शर्मा जी ने पूछ लिया नेकराम … Read more

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