गलती – गुरविंदर टूटेजा

 जोरो-शोरों से रिया की शादी की रस्में चल रही बहुत सुंदर लग रही थी आज विदाई का समय भी आ गया था पापा-मम्मी व भैया-भाभी सबकी बहुत लाडली थी सबका बहुत बुरा हाल था…यहाँ तक कि भतीजा-भतीजी की भी बुआ में जान बसती थी…रिया उन दोनों से गले लगकर भी बहुत रोई…वो विदा होकर ससुराल आ गई…!!!!

   बहुत अच्छा ससुराल मिला था उसे…माने हुए रईस है…उसका स्वागत बहुत अच्छा हुआ…उसे वहाँ बहुत प्यार मिला…!!!!

  आज उसे पगफेरे के लिए मायके जाना था युग को भी साथ में जाना था तो मम्मी जी ने उन्हे वहाँ के लिए गिफ्ट दिए…जैसे ही वो दोनों निकले रिया ने कार में ही गिफ्ट खोलकर देखने लगी और बोली अरे भैया तो ऐसी शर्ट 

पहनते नही है…हर में कुछ ना कुछ नुक्स निकालने लगी..युग ने कहा अभी तो ले जाते है आगे से तुम्हारी पंसद का ले लेना..!!!!!

  घर पहुँचकर सबसे मिलकर सबकों गिफ्ट दिये तो पापा-मम्मी व भैया बोले कि आपने तकलीफ क्यों की हम ये नही ले सकते हैं रिया तुम्हें मना करना था ना तुम क्यों ले आयी…!!!!

   युग ने कहा आप भी अब छोड़िए ना ये सब बातें…!!!!

  बहुत अच्छा समय सबने साथ में बिताया शाम को ससुराल से सब लेने आये उनकी बहुत खातिरदारी हुई उन सबको भी गिफ्ट दिये वहाँ से आकर सब बहुत खुश थे…!!!!

  वक्त बीतता गया रिया जब भी मायके जाती तो सबके लिए मँहगे-मँहगे गिफ्ट लेकर जाती थी युग कुछ बोलता तो वो कहती आपने कहा था जब जाओ अपनी पंसद के गिफ्ट ले जाना…!!!!

  मम्मी-पापा उसे समझाते भी थे कि बेटा हर काम जितना अच्छा लगे उतना ही करना चाहिए तुम्हारा हर बार ऐसे सबके लिए गिफ्टस लाना सही नहीं है बात को समय रहते समझो वरना बाद में कोई बात होगी तो पछतावे के अलावा कुछ नही रह जायेगा…!!!!

   अरे आप भी क्या हर बात में इतना सोचते हो..छोड़ दो..और बताओ मम्मा आज क्या खिला रहे हो…??

    थोड़े दिन बीते एक दिन रिया सुबह-सुबह ही आ गई आज वो कुछ लाई भी नहीं और उसका मूड भी ऑफ था…!!!!

  जैसे ही आयी तो भतीजे ने आते ही बोला..अरे बुआ आज गिफ्ट नहीं लाई…??

  वो कुछ बोलती उससे पहले भाभी ने मौके की नजाकत समझ कर अबीर को चुप कराकर अंदर भेज दिया..!!!!

  रिया भी चुपचाप अपने कमरे में चली गई….मम्मी उसके पीछे कमरे में गई तो जैसे ही उन्होंने उसके सिर पर हाथ 

फेरते हुए पूछा तो वो रोने लगी..!!!!

  क्या बात हो गई  बेटा…ऐसे क्यूँ रो रही है..??

   मम्मा आज सुबह हम सब साथ में बैठे थे तो जेठ जी ने बोला कि मेरे व जेठानी जी दोनो के मायके में देने के लिए दीवाली के गिफ्टस व मिठाई एक साथ ही मँगा लेते है..!!!!

 मैंने बोल दिया कि मैं अपनी पंसद से सब ले आऊँगी..!!

भैया ने कहा नहीं एक जैसा आयेगा दोनों के लिए..युग तुमने बताया नहीं रिया को..??

  पता है मम्मा युग ने कहा कि भैया शादी पर जो गिफ्टस दिये थे उसका खामियाजा अभी तक भुगत रहा हूँ..!!!!

  युग ये बातें तुम्हें ऐसे नहीं बोलनी चाहिए…तुम बाद में आराम से समझा देना..!!!!

  बस फिर मैं यहाँ आ गई मुझे उनसे से उम्मीद नहीं थी..!!!!

  देखो बेटा मेरी बात ध्यान से सुनो…सबसे बड़ी गलती अगर किसी की है तो वो तुम्हारी है…हम तो तुम्हें पहले ही समझाते थे कि जो तुम कर रही हो उसके लिए तुम्हें एक दिन पछताना पड़ेगा…अति हर चीज की बुरी होती है और वो कई रिश्तें तोड़ देती है तो तुम अभी युग से फोन लगाकर माफी माँगों…!!!!

  रिया को अब जाकर बात समझ आ गयी थी वो अपने किये पर बहुत पछतावा हो रहा था वो जल्दी से जल्दी युग से मिलकर माफी माँगना चाहती थी मम्मा मैं वापस जाकर.. बात करती हूँ…!!!!

   मम्मी ने कहा हाँ जाओ बेटा यही ठीक है..!!!!

  रिया ने जाने के लिए जैसे ही दरवाजा खोला सामने युग को खड़ा देख चौंक गई…अरे आप…??

  तुम बिना बताये ही यहाँ आ गई सबको चिन्ता हो रही थी मैं समझ गया तुम यही होगी…!!!!

  युग आप कुछ और बोलें उससे पहले मैं माफी माँगती हूँ अब मैं कभी भी कोई गलत माँग नहीं करूँगी…युग ने हाँ में सिर हिलाकर रिया को गले लगा लिया…!!!!

  भाभी ने छेड़ते हुए कहा….ये क्या हो रहा है..सभी जोर से हँस दिए…!!!!

#पछतावा

मौलिक व स्वरचित©®

गुरविंदर टूटेजा 

उज्जैन (म.प्र.)

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