कलावती -संध्या त्रिपाठी Moral stories in hindi
देख कलावती…. गुच्छे में आम लगा है…. ध्यान रखना कोई तोड़ ना पाए… तृषा के इस वाक्य से कलावती खुश नहीं थी… वो शायद भाँप गई थी कहीं ना कहीं अप्रत्यक्ष रूप से मालकिन मुझे ही आम ना तोड़ने की सख्त हिदायत दी हैं….! बड़बोली , अल्हड़ , बेबाक कलावती ने उस वक्त इतना ही … Read more