बेमेल (भाग 30) अंतिम भाग – श्वेत कुमार सिन्हा : Moral Stories in Hindi

.तभी भीड़ में खड़ा मंगल जौहरी आगे आया और भावुक होकर बोला – “सही कहते हो उदय भईया! ये औरत जो चिरनिंद्रा में लेटी है, ये श्यामा काकी नहीं बल्कि इस गांव की मां – श्यामा मां है!” कहकर उसने एक पोटली निकाली जिसमें श्यामा के गिरवी रखे सारे जेवर थे। “मैं श्यामा मां के … Read more

बेमेल (भाग 29) – श्वेत कुमार सिन्हा : Moral Stories in Hindi

श्यामा पर बंदूक चलाकर हवेलीवालों ने सबसे बड़ी गलती की जिसका कोपभाजन उन्हे बनना पड़ा। नतीजा यह हुआ कि पूरा गांव हवेली पर टूट पड़ा और न केवल उन्होने अनाज के गोदाम को अपने कब्जे में कर लिया बल्कि तीनों बहनों और उनके पतियों को मार-मारकर अधमरा कर दिया। *** “मैं तूझे कबसे कह रही … Read more

बेमेल (भाग 28) – श्वेत कुमार सिन्हा : Moral Stories in Hindi

मुखिया की बातों पर वहां खड़े हवेलीवाले असहज होते दिखे। जबकि हवेली के बाहर मौजुद गांववाले आज दूध का दूध, पानी का पानी करने को उतारू थे। “सच-सच बताओ, नहीं तो आज तुमदोनों यहाँ से जिंदा नहीं बचने वाले! बोलो, जो तुमने हम सबके सामने कहा था!!”- भीड़ से किसी ने मुस्टंडों से कहा। पहले … Read more

बेमेल (भाग 27) – श्वेत कुमार सिन्हा : Moral Stories in Hindi

.“अरे पहले तुमलोग शांत हो जाओ! पूरी बात तो बताओ आखिर हुआ क्या है! तभी तो मैं कुछ कहूं या करूं!”- मुखिया ने आडम्बरपूर्ण सहानुभूति दिखाते हुए कहा। भीड़ ने अपने बीच मौजुद हवेली के मुस्टंडों को आगे कर दिया जिन्होने सारी बातों से मुखिया को अवगत कराया और अपनी गलती भी कबूली। सारा मामला … Read more

बेमेल (भाग 26) – श्वेत कुमार सिन्हा : Moral Stories in Hindi

“तो और क्या करें!! आज हवेलीवालों ने श्यामा काकी को मारने के लिए अपने आदमियों को लगाया है! अगर इसे यूं ही जाने दिया तो इससे उनका मन बढ़ेगा और कल वे और भी कुछ भी कर सकते हैं! मारो… इसे, खत्म कर डालो!” – भीड़ में से आगे आकर एक अधेड़ उम्र के ग्रामीण … Read more

बेमेल (भाग 25) – श्वेत कुमार सिन्हा : Moral Stories in Hindi

बिस्तर पर पड़ा विजेंद्र बुरी तरह खांस रहा था। वहां मौजुद डॉक्टर ने बताया कि उसका उल्टी-दस्त रुकने का नाम ही नहीं ले रहा जिससे उसकी हालत बद से बद्तर होती जा रही है। सामने पड़े विजेंद्र पर नज़रें टिकाए श्यामा अपने एक-एक पग उसके तरफ बढ़ाती रही। उसे महसूस हो रहा था जैसे उसके … Read more

बेमेल (भाग 24) – श्वेत कुमार सिन्हा : Moral Stories in Hindi

मेडिकल कैम्प में हैजे के मरीजों की सेवा करते-करते विजेंद्र खुद भी हैजे की चपेट में आ गया। थोड़े ही दिनों में उसकी हालत बद से बद्तर होती चली गई। उल्टी-दस्त लगातार होता रहा और बुखार भी उतर न रहा था। डॉक्टर अपना हरसम्भव प्रयास करके थक गए। पर कोई फायदा न हुआ। विजेंद्र भी … Read more

बेमेल (भाग 23) – श्वेत कुमार सिन्हा : Moral Stories in Hindi

.विनयधर की अनुपस्थिति में सुलोचना की सास उससे ऐसा बर्ताव करती मानो जन्म-जन्मांतर से उसकी दुश्मन हो। एकदिन अपना कामधाम निपटाकर सुलोचना कमरे में बैठी कपड़े सिल रही थी। विनयधर भी कपड़ो की फेरी लगाने गांव की तरफ निकला हुआ था। तभी दरवाजे पर किसी की दस्तक हुई। कपड़े को एक किनारे रख सुलोचना ने … Read more

बेमेल (भाग 22) – श्वेत कुमार सिन्हा : Moral Stories in Hindi

श्यामा ने जौहरी की दुकान पर अपने गहने रख छोड़े थे और उसे गिरवी रखने के एवज में पैसे लेने आयी थी। “काका, कल जो गहने आपके पास रख छोड़े थे। जो मुनासिब लगे उसके पैसे दे दो ताकि वे गांववालों के काम आ सके!” – मंगल जौहरी के दूकान पर खड़ी श्यामा बोली। पर … Read more

बेमेल (भाग 21) – श्वेत कुमार सिन्हा : Moral Stories in Hindi

पर श्यामा कहाँ इतनी आसानी से हार माननेवालो में से थी। उसने हिम्मत नहीं हारी और गांव के लोगों को भुखा मरने से बचाने के लिए एक-एक करके ही सही उन्हे इकट्ठा करने लगी। अपने कोख में गर्भ लिए और लोगों के तरह-तरह के ताने सुनकर भी उसने हैजे से पिड़ित मरीजों की देखभाल में … Read more

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