असली कमाई – अनुज सारस्वत

“मि. अभिमन्यु आपको कल हमारे जर्मनी से बहुत ही महत्वपूर्ण मित्र आर रहे हैं ,मैं तुम्हें एजेंडा बता रहा हूँ उनकी खातिरदारी में कोई कमी नही रहनी चाहिए, उनकी यह पहली भारत यात्रा है “

फोन पर कंपनी के एमडी ने अभिमन्यु से कहा उनको ओके बोलने के बाद उसके मन तरह तरह के विचार कत्थक करने लगे कि कैसे सब मैनेज करेगा क्योंकि सीधे एमडी का फोन आना मतलब चमचमाती तगड़ी धार वाली तलवार पर जूते मोजे उतार कर चलना ।

प्राइवेट कंपनी में वैसे तो हर दिन आखिरी मान कर काम किया जाता है लेकिन यमराज खुद हँस के निमंत्रण दें उसकी बात ही अलग होती।

पूरी रात अभिमन्यु को तीन चार बार एमडी बात कर चुके थे इस विजिट को लेकर इतना तो पूरे पाँच साल में अभिमन्यु को एमडी फोन नही किया था ।

अगली सुबह अभिमन्यु ने तुरंत धर्म पत्नी से कहा

“अरे वो कोट पेंट निकाल देना विजिट है बहुत इंपोर्टटेंट जर्मनी से मेहमान आ रहे हैं”

पत्नी जी ने तुरंत आईएएस का प्रश्न दागा ” फीमेल या मेल “

“अरे यार तुम कोट पेंट निकालो बहुत इंपोर्टटेंट हैं तुम मेल फीमेल करती रहो “

मुँह बनाते हुए कोट पेंट धर्मपत्नी द्वारा निकाले गये तुरंत सेविंग्स करा कर छिले अंडे की भाँति नहा धोकर कोट पेंट पहने पहुंच गये आफिस।

आज तो गार्ड भी देखकर मुस्कुरा रहा था यह सोचकर कि जिसकी दाढ़ी मूँछ शान हुई करती थी वो मक्खन की तरह चिकना लग रहा।

स्पेशल डिजाइन किया हुआ बुके आ चुका था कुछ समय बाद ब्लैक मर्सिडीज आकर रूकी जोकि खुद एमडी की थी उसमें से एक जर्मन दंपत्ति उतरा ।




बुके देकर सम्मानित किया अभिमन्यु ने फिर कुछ समय बाद पूरी कंपनी विजिट कराने के बाद जंगल सफारी करने गये इस दौरान अभिमन्यु ने हर एक चीज को बहुत गहराई से बताया ,और जम के अपनी बातों से हंसाया दोनो बोले

“हम पूरी जिंदगी इतना नही हंसे तुम बहुत अमेजिंग हो”

सफारी के दौरा चीतल बारहसिंगाओं का फैमिली ग्रुप मिला ,उन लोगों ने फोटो खींचे इस दौरान लेडी की आँखें नम थी उन्होनें अभिमन्यु से पूछा कि तुम लोग भी उच्च शिक्षा के लिये विदेश जाते हो,अभिमन्यु पे कहा नही केवल दस प्रतिशत ही भारतीय बाहर जाते क्योंकि हमारे पास अच्छे विश्वविद्यालय हैं ,कुछ देर बाद वो लेडी बोली अच्छा है पर अगर तुम अपने बच्चों को बाहर भेजने का प्लान करते हो यह जरूर बोल देना कि खूब जरूर पढ़ो लेकिन वापस जरूर आना मोरल वैल्यू बिल्कुल खत्म होती जा रही है ,फिर उसकी आँखे नम होती गयी अभिमन्यु ने कहा

“मैम दुनिया मोरल वैल्यू सीखने भारत में इसीलिए सबसे ज्यादा आते हैं ताकि परिवार बचा रहे चाहे आर्ट ऑफ लिविंग हो या लाईफ फिलोसिपी शंकराचार्य जी से लेकर नानक जी कबीर जी जैसे अध्यात्म गुरू ने सब कुछ सिखाया है ,इसलिए मार्क जुकरबर्ग, स्टीव जाॅब जैसे दिग्गज संतो के आगे घुटने टेकने आते हैं “

अभिमन्यु को बीच में रोक कर वो दंपती एक साथ बोले

“रियली “

फिर बताना शुरू किया उस लेडी ने कि एक बेटा है उनका एक ही शहर में रहता है डिपलोमा कर रहा है लेकिन अलग रूम लेकर ,हम कहते हैं कि साथ रहा करो लेकिन हिपपियों की संगत ने उसे बिगाड़ दिया है ,जबकि इसके पापा की लास्ट स्टेज है कैंसर की जो कि अचानक हो डाइगनोज हुआ, हम बिल्कुल अकेले पड़ गये थे ,फिर आपके एमडी जो कि पच्चीस साल पहले एक सेमिनार में जर्मनी में मिले थे बहुत अपने पन से मिले थे तभी से साल में एक दो बार पत्र व्यवहार होता रहता ,फिर अचानक ही उनका कुछ दिन पहले हालचाल लेने को फोन आया तो रहा नही गया तो उन्होने कहा आपका यह इंडियन बेटा किस दिन काम आयेगा ।अगले दिन ही इंडिया की टिकट करायी और बुला लिया यहाँ बड़े से बड़े डाक्टर से कंसलट किया पर सबका एक ही जबाब था एक या दो महीने हैं बस।”

“अरे मैम आप टेंशन नही लीजिये एक दो महीने अरे बहुत हैं ,मैम प्राइवेट कंपनी में तो हर दिन आखिरी सांस लगता ,और अंकल जी टेंशन नही लेने का अगले जन्म इंडिया का ही बुक करा देते है आपका हमारी बहुत अच्छी सेटिंग है ऊपर वाले से”

यह सुनकर दोनों जोरों से हँसे माहौल खुशी का हो गया।अभिमन्यु मन ही मन अपने एमडी को नमन करने लगा कितना उदार बाॅस है उसका ।




हर क्षण की वीडियो और फोटो एमडी के पास वो भेज रहे थे ,वो भी वीडियोकॉल करके उनसे हालचाल जानते।

फिरअभिमन्यु ने कहा चलिये आपको कुछ और भी दिखाना है ,उसने ड्राईवर के कान में कुछ मंत्र फूंका ड्राईवर ने सीधे गाड़ी हरिद्वार के हर की पौड़ी घाट पर लगायी ।

संध्या आरती का समय हो चुका था उन लोगों के लिये यह अनुभव बिल्कुल नया था ,आचार्यों का दल एक साथ लाल रंगे वस्त्रों में गंगा माँ का पूजन कर रहे थे तदुपरांत आरती प्रारंभ हुई लगभग चालीस पचास हजार लोग उस दिव्य क्षण के गवाह थे जो साथ साथ गा भी रहे थे आरती वातावरण पूरा भक्तिमय हो चुका था उन दम्पत्ति के हाथ स्वतः ही जुड़ते चले गये और वो भी जयकारे लोगों को देखकर टूटी फूटी हिंदी में लगाने लगे।

अभिमन्यु ने माँ गंगा की पूरी कहानी उनके जल की विशेषता और गंगासागर तक का इतिहास बताया ,भगवान शिव भगवान राम,भगवान कृष्ण के बारे में पूरा बताया ।

उन लोगों ने खूब सारे फोटो वीडियो बनाये ।

अभिमन्यु ने होटल में उन लोगों को छोड़ा और घर लौट गया ।

कुछ दिन बाद एमडी कंपनी आये और अभिमन्यु को बुलाया और एक गिफ्ट देते हुये कहा कि

“अबे क्या बवाल हे भाई तू ?इतनी तारीफ करी है उन लोगों ने तेरी और इस तकलीफ में तूने बहुत हँसाया तूने की असली कमाई”

” अरे नही सर मैनें सिर्फ आपके आर्डर को फोलो किया ,और सर आपको दिल से सैल्यूट है “

इतना कहते हुए अभिमन्यु ने सैल्यूट ठोका तो एमडी ने गले लगाते हुये बोला।

किसी मरते हुये को तू आशा की संजीवनी देकर आया है। उन लोगों ने डिसाइड किया है बाकी जीवन वो इंडिया में बितायेंगे ।

आज अभिमन्यु की ऐसा लगा कि आज उसने कुछ असली कमाया।

-अनुज सारस्वत की कलम से

(स्वरचित एवं मौलिक)

 

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